Cloud hosting क्या होता हैं? हिन्दी में जानिए | what is cloud hosting in Hindi

बढ़ते इन्टरनेट की इस्तेमाल के साथ दुनिया आज एक नयी मुकाम पर पहंचने वाली है। जहाँ पर आप चीजों के खरीदारी से लेकर खाना मंगाने तक का सारा काम इन्टरनेट के जरिये कर सकते है। हमने कोविड पान्डेमिक के दौरान कई सारे शिक्षानुष्ठान को ऑनलाइन क्लास करते देखा है।

उस समय स्विग्गी, जोमाटो, फ्लिपकार्ट, अमेज़न जैसी फ़ूड और कमोडिटी डिलीवर करने वाली कंपनी भी काफी सुर्ख़ियों में थी। ऐसे में आप सोचिये अगर आप गूगल मीट हो या ज़ूम पर अपनी ऑनलाइन क्लास अटेंड कर रहे हो और सर्वर ही डाउन जाये , अमेज़न या फ्लिपकार्ट से आप चीजें आर्डर करने बैठे हो और वो साइट ही न खुले ऐसे में आप क्या करोगे ?

चलिये दोस्तों आज हम जानते है कि जरुरी काम करने पर अगर आपका सर्वर डाउन जा रहा है या फिर वेब साइट पर दिक्कत आ रहे है इससे वेब होस्टिंग होस्टिंग के जरिये कैसे मिलता है। अगर आप एक ब्लॉगर , बिज़नसमन या फिर आपकी कोई वेब साइट है तो आशा है कि यह जानकारी आपके काम आएगी आप भी इसके मदद से आपके वेब साइट की स्पीड के साथ साथ बिना रुके एक निरंतर सेवा देने में सक्षम रहेंगे।

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क्लाउड होस्टिंग(Cloud Hosting) क्या है?

दोस्तों अगर आप वेब होस्टिंग समझ गए होंगे तो आपको क्लाउड होस्टिंग को समझने में कोई दिक्कत नहीं होगी। वेब होस्टिंग और क्लाउड होस्टिंग दोनों एक ही जैसी है , मगर क्लाउड होस्टिंग में आपको कई सारे वर्चुअल सर्वर के साथ जोड़ दिया जाता है , जिससे की अगर एक सर्वर डाउन भी हो गया तो दूसरे सर्वर से आप जुड़ सकते है।
दोस्तों, क्लाउड होस्टिंग में आपके वेबपेज के सारे कंटेंट्स को मल्टीप्ल वर्चुअल सर्वर बना कर उस पर स्टोर कर के रखा जाता है। अगर किसी कारण से एक सर्वर डाउन भी हो गया तो आप दूसरे सर्वर से कनेक्ट होके आपके वेबसाइट को एक्सेस कर सकते है। इसी तरह आपको डाउनटाइम देखने को नहीं मिलती।

 

क्लाउड हॉटिंग प्रोवाइडर

दोस्तों इस समय इन्टरनेट पर कई सारे क्लाउड हॉटिंग प्रोवाइडर, जो के क्लाउड हॉटिंग देते है आपको मिल जायेंगे। उन में से कुछ-

  • होस्टिंगर(Hostinger)
  • बिगरॉक(Bigrock)
  • होस्ट गैटर(Host Gator)
  • ए डब्लू एस(Amazon Web Service)
  • गूगल क्लाउड(Google Cloud

क्लाउड हॉटिंग में मिलने वाले फायदे –

  •  क्लाउड हॉटिंग मल्टीप्ल सर्वर से कनेक्टेड होने के कारण सर्वर डाउन होने पर आपको बहत कम ही डाउनटाइम देखने को मिलती है।
  • आप कभी भी आपके कांफिगुराशन को अपग्रेड कर सकते है।
  • यह काफी हाई सिक्योर रहता है, जिससे आपके वेबसाइट पर साइबर अटैक के चान्सेस कम होते है।
  • आजकल क्लाउड हॉटिंग काफी कम और किफायती दाम पर मिलने लगे है।
  • क्लाउड हॉटिंग आपके वेबपेज के स्पीड को बढ़ाता है जिससे आपके वेबपेज कम से कम समय में लोड हो जाता है।
  •  क्लाउड हॉटिंग में आपको 24 घंटे कस्टमर सपोर्ट उपलब्ध कराया जाता है। जिससे के आप अपने सारे क्वेरी को सॉल्व कर सकते है।

 

क्लाउड हॉटिंग के नुकसान

 

क्लाउड हॉटिंग में आपको कई सारे फायदे मिलने के साथ साथ कुछ नुकसान भी होते है।
जो के है

  • क्लाउड हॉटिंग वर्चुअल सर्वर से चलते यह आपके इन्टरनेट स्पीड के ऊपर निर्भर करता है कि आपके वेबपेज कितने समय में लोड होगा।
  •  अगर इन्टरनेट में आपको दिक्कत है तो आपके वेबपेज लोड होने में समय लग सकता है।
  •  क्लाउड हॉटिंग में हाई सिक्योरिटी के बावजूद इसके सारे डाटा वर्चुअल सर्वर में होने के कारण साइबर अटैक को टाला नहीं जा सकता।

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क्लाउड हॉटिंग चार्जस

क्लाउड हॉटिंग आपको काफी सस्ती और किफायती दाम पर मिल जाते है। यह आपको 600 रुपये महीने से सुरु होकर 6000 तक मिल जाता है। यह आप पर निर्भर करता है कि आप कौन से प्लान लेते है, आपके विज़िटर्स कितने होते है। अगर आप एक बिगिनर है तो आप सबसे सस्ते वाले प्लान से सुरु कर सकते है और बाद में उसको अपग्रेड कर सकते है।

होस्टिंग(Hosting) के प्रकार

दोस्तों होस्टिंग को आप 3 प्रकार से देख सकते है।डेडिकेटेड होस्टिंग, वीपीएस होएटिंग और शेयर होस्टिंग। आइये जानते है इनके बारे में।

डेडिकेटेड होस्टिंग

डेडिकेटेड होस्टिंग में आपको एक अलग सा सीपीयू या सर्वर दिया जाता है। आप अपने हिसाब से इसको कॉन्फ़िगर कर सकते है। ज्यादातर डेडिकेटेड होस्टिंग बड़ी बड़ी कंपनियों के लिए जरुरत होती है। यह बाकि होस्टिंग से ज्यादा का चार्ज करते है। इसमें आपका सर्वर सिर्फ और सिर्फ आपके लिए ही काम करता है। यह सुबिधा आपको मंथली 7000 रूपये से लेकर 20000 रूपये तक दे कर मिल सकता है। यह बाकि हॉटिंग से काफी ज्यादा स्पीड देती है।

vps होस्टिंग

एक डेडिकेटेड हॉटिंग को स्प्लिट करके या बाँट कर वीपीएस हॉटिंग बनायीं जाती है। आजकल वीपीएस हॉटिंग का इस्तेमाल काफी कम रह गया है। क्लाउड हॉटिंग वीपीएस हॉटिंग का अपग्रेड वर्शन भी समझ सकते है।
शेयर्ड हॉटिंग – वीपीएस हॉटिंग को फिर कई हिस्सों में बाँट कर शेयर्ड हॉटिंग बनायीं जाती है।

अगर आप एक बिगिनर है तो यह आपके लिए सही चुनाव होगा। जब की शेयर्ड हॉटिंग में सर्वर कई सारे वेबसाइट्स से शेयर की जाती है, अगर किसी एक वेबसाइट भी क्रेक हो तो संभब है कि आपके भी सर्वर डाउन रहेंगे।

दोस्तों आशा है कि अब आप वेब हॉटिंग क्या है , क्लाउड हॉटिंग क्या है और कैसे काम करते इस सब के बारे में काफी कुछ सीखा होगा। अपना राय कमैंट्स में जरूर दे।

By Moe

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